लेखनी प्रतियोगिता -13-Apr-2022 election
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-election
आया है आया है, electionआया है।
अफरा-तफरी मचाने, समाज में आया है।।
जब-जब होते election
ठीक आदमी का नहीं होता selection.
जनता को झूठे वादे देकर करते हैं attraction.
होता है 5 साल में एक बार सामना
फिर उनका और हमारा नहीं होता connection.
बड़े-बड़े नारों से दिखाते हैं intelligence.
तकरार और झगड़े तो उनकी है hobbies.
चोरों में कहीं नहीं होता fraction.
जो लीडरों के मुखोटो को उतार दे
ऐसा होता कोई injection.
हम रोते हैं चिल्लाते हैं
फिर भी कोई नहीं लेता action.
संसद की दीवारों पर होता नहीं reaction.
ऐसा होता है election.
Shrishti pandey
15-Apr-2022 09:19 AM
Very nice
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Abhinav ji
15-Apr-2022 08:32 AM
Nice👍
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Punam verma
14-Apr-2022 08:20 AM
Very nice
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